Lakshya Sen Biography in Hindi | लक्ष्य सेन का जीवन परिचय
भारत में बैडमिंटन खेल में कई बेहतरीन प्रतिभाएं आती रही है, प्रकाश पादुकोन, पुलेला गोपीचंद, सायना नेहवाल, पी वी सिन्धु कुछ ऐसे ही बैडमिंटन खिलाडी है जिन्होंने भारतीय बैडमिंटन को दुनिया में एक मुकाम तक पहुँचाया है| लक्ष्य सेन इसी कड़ी में एक और उभरते हुआ भारतीय खिलाडी है जो दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे है| आइये लक्ष्य सेन के बारे में हम विस्तार से जानते है|
Lakshya Sen Biography | |
---|---|
Name | Lakshya Sen |
Profession | Badminton Player |
Handedness | Right |
Date of Birth | 16 August 2001 |
Birth Place | Almora, Uttarakhand, India |
Hometown | Almora, Uttarakhand, India |
Age | 21 |
Height | 5' 10'' |
Parents | Father - D. K. Sen Mother - Nirmala Sen |
Siblings | Brother - Chirag Sen |
Zodiac Sign | Leo |
Religion | Hindu |
Nationality | Indian |
Ranking | 9 (2022) |
Coach | Yoo Yong-sung |
Lakshya Sen Biography in Hindi | लक्ष्य सेन का जीवन परिचय

16 अगस्त 2000 को उत्तराखंड के अल्मोडा में पैदा हुए लक्ष्य सेन भारत के उभरते हुए एक युवा बैडमिंटन खिलाडी है| लक्ष्य के परिवार में काफी लोग बैडमिंटन से जुड़े हुए है|
लक्ष्य के पिता धीरेन्द्र. के. सेन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (SAI) में एक बैडमिंटन कोच है, उन्होंने लक्ष्य सेन को भी कोचिंग दी है| इनके बड़े भाई चिराग सेन खुद भी एक अन्तराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाडी है|
लक्ष्य सेन ने बहुत ही कम उम्र से ही अपनी प्रतिभा को दर्शाना शुरू कर दिया था, उन्होंने भारत के एक समय के सबसे बेहतरीन बैडमिंटन खिलाडी प्रकाश पादुकोन की अकादमी से ट्रेनिंग ली है|
लक्ष्य सेन ने 2016 से ही जूनियर बैडमिंटन सर्किट में अपना टैलेंट दिखाना शुरू कर दिया था, वो 2017 में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर एक जूनियर सिंगल प्लेयर रह चुके है|
Lakshya Sen Family | लक्ष्य सेन का परिवार
लक्ष्य सेन उत्तराखंड के एक छोटे से शहर अल्मोडा से आते है, उनके पिता धीरेन्द्र. के. सेन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (SAI) में राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच है| लक्ष्य सेन की माँ निर्मला सेन एक स्कूल टीचर है और इनका बड़ा भाई चिराग सेन भी एक अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाडी है|
Lakshya Sen Badminton Career | लक्ष्य सेन का बैडमिंटन करियर
बैडमिंटन लक्ष्य सेन के परिवार में है, उनके पिता एक बैडमिंटन कोच है और बड़ा भाई भी एक बैडमिंटन खिलाडी है| लक्ष्य सेन को बचपन से ही बैडमिंटन का शौक था और उन्होंने छोटी उम्र से ही प्रोफेशनल बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था|
2016 आते आते लक्ष्य सेन जूनियर बैडमिंटन सर्किट में एक बड़ा नाम बन चुके थे, उस समय वो जूनियर इवेंट के साथ सीनियर लेवल के टूर्नामेंट भी खेलने लगे थे| फ़रवरी 2017 में वो बीडब्लूऍफ़ (BWF) वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में दुनिया के नंबर एक जूनियर सिंगल प्लेयर बने|
लक्ष्य सेन 2018 के एशियन जूनियर चैम्पियनशिप के विजेता भी रह चुके है जहाँ पर उन्होंने नंबर एक खिलाडी कुनलावूट वितिडसर्न को हराया था| लक्ष्य ने 2018 के समर यूथ ओलिंपिक में एकल प्रतियिगिता में रजत पदक भी जीता था|
2018 के अंत में लक्ष्य सेन ने डच ओपन की एकल ट्राफी जीतकर अपनी पहली बीडव्लूएफ (BWF) वर्ल्ड टूर ट्राफी जीती| ये उनका पहला सुपर 100 टाइटल था| इसके तुरंत बाद उन्होंने अपना दूसरा सुपर 100 टाइटल जीता, उन्होंने जर्मनी में आयोजित सारलोरलक्स ओपन जीतकर ये उपलब्धि हासिल की|
लक्ष्य सेन 2019 में स्कॉटिश ओपन का खिताब भी अपने नाम किया लेकिन उनकी अब तक की सबसे बड़ी जीत हाल ही में आई है जब उन्होंने जनवरी 2022 में आयोजित इंडिया ओपन के फाइनल में सिंगापुर के वर्ल्ड चैंपियन लोह कियेन यू को हराकर अपना पहला सुपर 500 टाइटल जीता|
लक्ष्य सेन ने एक और उपलब्धि मतब हांसिल की जब वो 2022 के आल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे | लक्ष्य सेन ने पुरे टूर्नामेंट के दौरान अदभुत खेल दखाया लेकिन फाइनल में वो ओलम्पिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन से हार गए |
लक्ष्य सेन के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मई 2022 में आई जब उन्होंने इतिहास में पहली बार भारत को थॉमस कप जिताने में मुख्य भूमिका निभाई | भारत ने थॉमस कप के फाइनल ने 14 बार की विजेता इंडोनेशिया को 3-0 से हराया |
इस जीत में लक्ष्य सेन की भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी, फाइनल ने लक्ष्य ने भारत को पहली जीत दिलाई | उन्होंने फाइनल के पहले मैच में एक सेट से पिछडनें के बावजूद एहसन सुकामुल्जो को 18-21,21-17,21-19 से हराया |
लक्ष्य सेन के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि बर्मिंघम में आयोजित कामनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जितना रही | लक्ष्य ने पुरुष एकल के फाइनल में बेहद कड़े मुकाबले में मलेशिया के खिलाडी को हराकर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता |
Lakshya Sen Achievements | लक्ष्य सेन की उपलब्धियां
- लक्ष्य सेन ने 2016 और 2017 का इंडिया इंटरनेशनल सीरीज टूर्नामेंट जीता है|
- लक्ष्य सेन 2017 में BWF वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में सिंगल प्लेयर की केटेगरी में दुनिया के नंबर एक खिलाडी बने थे|
- लक्ष्य सेन ने 2018 का एशियन जूनियर चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया|
- लक्ष्य सेन ने 2018 के समर youth ओलम्पिक में सिंगल इवेंट में रजत पदक जीता जबकि मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता|
- लक्ष्य सेन डच ओपन और सारलोरलक्स ओपन खिताब जीतकर दो सुपर 100 टाइटल जीत चुके है|
- लक्ष्य सेन ने 2020 के एशिया टीम चैंपियनशिप में टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता है|
- 2022 में इंडिया ओपन जीतकर लक्ष्य सेन ने अपना पहला सुपर 500 टाइटल जीता|
- लक्ष्य सेन इतिहास में पहली बार थॉमस कप जितने वाली भारतीय टीम का हिसा थे और फाइनल में इंडोनेशिया को हराने में मुख्य भूमिका निभाई |
- लक्ष्य सेन ने अपने पहले ही कामनवेल्थ खेलों में पुरुष एकल में गोल्ड मेडल जीता |
Related Article
FAQs
लक्ष्य सेन की उम्र क्या है? What is Lakshya Sen Age ?
21
लक्ष्य सेन की रैंकिंग क्या है? What is Lakshya Sen Ranking ?
9
लक्ष्य सेन के कोच कौन है? Who is Lakshya Sen Coach ?
यू योंग सुंग
लक्ष्य सेन की हाइट क्या है? What is Lakshya Sen Height ?
5′ 10”
लक्ष्य सेन के पिता का क्या नाम है? What is Lakshya Sen Father Name ?
धीरेन्द्र. के. सेन (Dhirendra. K. Sen)
लक्ष्य सेन की माँ का क्या नाम है? What is Lakshya Sen Mother Name ?
निर्मला सेन (Nirmala sen)
उम्मीद है आप सभी को Lakshya Sen Biography आर्टिकल से लक्ष्य सेन के बारे में काफी जानकारी मिली होगी, आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे जरुर आगे शेयर करे|